उत्तर प्रदेश के कासगंज में शनिवार को बड़ा हादसा हो गया है। यहां एक ट्रैक्टर-ट्रॉली तालाब में पलटने से अब तक 24 लोगों की मौत हो गई। ट्रॉली में 54 लोग सवार थे। फिलहाल, मौके पर बुलडोजर से रेस्क्यू किया जा रहा है। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। बताया जा रहा है कि सभी लोग एटा के जैथरा के रहने वाले हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार, हादसा स्पीड की वजह से हुआ। ड्राइवर के कंट्रोल खोने से ट्रैक्टर सड़क से उतरकर तालाब में जा गिरा। ये लोग माघी पूर्णिमा पर ट्रैक्टर-ट्रॉली से कासगंज स्थित कादरगंज घाट पर गंगा स्नान करने जा रहे थे, तभी रियावगंज पटियाली मार्ग पर गढ़ई गांव के पास हादसा हुआ।
कासगंज जनपद के पटियाली क्षेत्र में ट्रैक्टर-ट्राली पलटने से हुई 24 लोगों की मृत्यु की सूचना जब गांव कसा में पहुंची तो हा-हाकार मच गया। आसपास के गांवों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सभी लोग गांव के वीरपाल के पुत्र के मुंडन संस्कार के लिए गंगाजी जा रहे थे। ट्रैक्टर-ट्राली में कुल 54 लोग सवार थे। ट्रैक्टर-ट्राली ओवरलोड थी। माना जा रहा है कि इसी कारण असंतुलित हुई।
ट्रैक्टर ट्रॉली में थे 54 लोग
मृतकों में वीरपाल की पत्नी 50 वर्षीय शकुंतला देवी शामिल हैं। इस दर्दनाक हादसे में राजेश का 10 साल का पुत्र कार्तिक और दो माह की पुत्री अंसुनी की भी मृत्यु हुई है। ट्रैक्टर-ट्राली में 54 लोग सवार थे, जो गांव कसा, खिरिया, रौरी और गांव बरार के रहने वाले हैं। रौरी के चार लोग इस ट्रैक्टर-ट्राली में थे, जबकि खिरिया से दो लोग गए थे। सबसे ज्यादा लोग गांव की बुजुर्ग महिला बिट्टो देवी के परिवार से थे।
इसके अलावा रौरी के राहुल, अंजली, सनी एक अज्ञात गांव बरार के नेकराम, एक बालक अज्ञात, गांव खिरिया के साहब सिंह और देवेंद्र सिंह भी ट्रैक्टर-ट्राली में थे। अभी कुछ शव तालाब में हो सकते हैं। इसलिए प्रशासन ने वहां गोताखोरों को लगाया है और जाल तालाब में डाले जा रहे हैं। उधर मृतकों के घरों में हा-हाकार मचा है। सबसे ज्यादा मृतक कसा गांव के हैं। महिलाओं और बच्चों की संख्या भी अधिक है।
जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह, एसएसपी राजेश सिंह, गांव कसा पहुंच गए हैं। वहां पर फोर्स की तैनाती कर दी गई है। जिलाधिकारी ने पोस्टमार्टम के बाद शव पहुंचने से पहले ही अंतिम संस्कार की सभी व्यवस्थाएं करने के अधीनस्थों को निर्देश दिए हैं।