चक्रवाती रेमल तूफान से 2 लोगों की मौत, कोलकाता में रविवार रात 8:30 बजे, 26 मई, 2024 को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों से टकराते हुए भारी तबाही मचाई। 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं ने पेड़ों को उखाड़ दिया, बिजली के खंभों को गिरा दिया और भारी नुकसान पहुंचाया, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई, कई लोग घायल हुए और बंगाल के कई इलाकों में व्यापक क्षति हुई।
तूफान का प्रभाव:
तूफान से पहले रविवार को कोलकाता हवाई अड्डे पर 21 घंटे तक उड़ानें रद्द रहीं। वही पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे द्वारा कुछ ट्रेनों को रद्द कर दिया गया।
135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं ने भारी नुकसान पहुंचाया, तूफान के साथ भारी बारिश हुई, रविवार सुबह 8.00 बजे और सोमवार सुबह 6.00 बजे के बीच 145 मिमी बारिश दर्ज की गई। जिससे 2 लोगों की मौत हो गई, यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। कई इलाकों में जलभराव हो गया, पेड़ उखड़े गए, बिजली के खंभे गिरे, घरों और झोपड़ियों को नुकसान पहुंचा।
इस दौरान तटीय इलाकों उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्वी मेदिनीपुर, दीघा, काकद्वीप, जयनगर, कोलकाता, हुगली और हावड़ा में 60kmph की रफ्तार से हवाएं चली और बारिश हुई।
तूफान से पहले रविवार को कोलकाता हवाई अड्डे पर 21 घंटे तक उड़ानें रद्द रहीं। वही पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे द्वारा कुछ ट्रेनों को रद्द कर दिया गया।
भारतीय मौसम विभाग ने 27 और 28 मई को असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में वर्षा की चेतावनी दी है, और असम के 7 जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट और 11 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है
रेमल तूफान से 2 लोगों की मौत
खतरनाक चक्रवाती तूफान रेमल रविवार रात 8.30 बजे पश्चिम बंगाल के कैनिंग और बांग्लादेश के मोंगला में 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आया। लैंडफॉल 4 घंटे तक चला। इस दौरान तूफान ने बहुत तबाही मचाई। जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई, कई लोग घायल हुए।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल (NDRF) की 12 टीमें और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीमों को बचाव और राहत कार्य के लिए तैनात किया गया। घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया। बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया।
क्षतिग्रस्त घरों और बुनियादी ढांचे की मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और गैर-आवश्यक यात्रा से बचने की अपील की है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
चक्रवाती तूफान रेमल 26 मई, 2024 को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों से टकराने के बाद धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है। यह तूफान अब उत्तर-पूर्वी भारत के ऊपर एक गहरा अवसाद बन गया है और असम, मेघालय और त्रिपुरा की ओर बढ़ रहा है।
दक्षिण कोलकाता के डीसी प्रियब्रत रॉय कहते हैं, ”हमें जानकारी मिल रही है कि कुछ जगहों पर पेड़ उखड़ गए हैं, उन इलाकों में कोलकाता नगर पालिका की टीम, कोलकाता पुलिस की आपदा प्रबंधन टीम पहुंच गई है और काम चल रहा है. जल्द ही रास्ता साफ कर दिया जाएगा ताकि सुबह तक स्थिति ठीक हो जाए…तूफान के मद्देनजर पुलिस का विशेष एकीकृत नियंत्रण कक्ष रात भर स्थिति पर नजर रख रहा है
अब तूफान की स्थिति क्या है
तूफान की वर्तमान स्थिति उत्तर-पूर्वी भारत में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। असम, मेघालय, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश होने की संभावना है। सड़कें और रेलवे यातायात बाधित हो सकता है। फसलों को नुकसान हो सकता है।
वही असम की सरकार ने लोगो से अनुरोध किया है कि सुरक्षित स्थान पर रहें और गैर-आवश्यक यात्रा से बचें। नदी या जलाशय के किनारे के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जाती है।
कुछ सहायक जानकारी दी गई है:
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD): https://mausam.imd.gov.in/
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA): https://ndma.gov.in/
पश्चिम बंगाल सरकार: https://wb.gov.in/